प्रिय हिमवीरों,
हिमालय हमारी मातृभूमि की पहचान है और आप हिमवीर, इसके निडर रक्षक । यह मेरे लिए अत्यंत गर्व का विषय है कि मुझे देश के श्रेष्ठ बल- भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) का नेतृत्व करने का सुअवसर मिला है।
आईटीबीपी का सिद्धांत ‘शौर्य, दृढ़ता, कर्मनिष्ठा‘ हमारा मार्गदर्शक है । ये ही हमें किसी भी चुनौती को स्वीकार करने के लिए प्रेरित करता है।
आईटीबीपी का प्राथमिक ध्येय देश की सीमाओं की रक्षा करना, सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले भारतीय नागरिकों में सुरक्षा की भावना को बढ़ाना, सीमा पर अपराध, तस्करी एवं अनधिकृत प्रवेश और अन्य अवैध गतिविधियों को रोकना है। इसका अनुपालन आप सब पूरी निष्ठा और बहादुरी से करते आ रहे हैं।
इस अवसर पर सबसे पहले, मैं अपने कर्तव्य पथ पर सर्वोच्च बलिदान देने वाले ‘हिमवीर’ योद्धाओं को श्रद्धापूर्ण नमन करता हूँ। उनका बलिदान हमें सदैव अपनी मातृभूमि की रक्षा करने के लिए प्रेरित करेगा। मैं इस संदेश के माध्यम से आपसे ये साझा करना चाहता हूँ कि आईटीबीपी कर्मियों एवं उनके परिवारजनों का कल्याण हमारी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में है । मुझे पूरी आशा है कि हम सब मिलकर अपने जवानों तथा उनके परिवारों के कल्याण के लिए सार्थक कदम उठाएंगे।
मेरा प्रयास होगा कि मानव संसाधन के उत्थान के साथ-साथ हम आधुनिक तकनीक के अधिकतम उपयोग से अपने बल की दक्षता और निपुणता को नई ऊँचाइयों तक ले जाएँ।
मैं आईटीबीपी के सभी पदाधिकारियों और उनके परिजनों को अपनी हार्दिक शुभकामनाएँ प्रेषित करता हूँ।
जय हिन्द!
अनीश दयाल सिंह
महानिदेशक
भारत-तिब्बत सीमा पुलिस